बिहार सरकार नीतीश कुमार जो राजनीतिक पार्टी जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष है। जिनका पॉलिटिकल करियर बहुत ही सफल रहा। जैसा की सबको पता है हमारा देश भारत के आधे से ज्यादा युवा पीढ़ी बेरोजगारी का सामना कर रहा है और अगर बिहार की बात करे तो बिहार भारत का सबसे गरीब राज्यों की गिनती में आता है और यहां की बेरोजगार दर अभी 2024 में 3 % में। इसलिए यहां की युवा पीढ़ी ज्यादातर सरकारी नौकरी पर ही निर्भर रहता है। सरकार समय समय पर कई नौकरी निकलती रहती है।
बिहार सरकार ने कई विभागों में कई पदो के लिए 2 लाख 34 हजार पदों पर भर्ती के लिए तैयारी में जुट चुकी है। इन पदों पर भर्ती के लिए लिए विभिन्न विभागों को जल्द ही अधियाचना भेजी जाएगी। बस इतना ही नहीं सरकार ने इस बार अगले साल के पहले महीने में सरकारी सेवकों के लिए 72 हजार रिक्त होने वाले है। रिक्तियों के भरने के बाद इन रिक्तियों को भी भरने की तैयारी है।
इन सरकारी पदो की भर्ती की नियुक्ति अगर चालू वित्त वर्ष में (2025) में अगर पूरा हो जाती है तो सरकार का 10 लाख नौकरी का वादा जल्द ही पूरा हो जाएगा इसको कहीं पर भी कर सकता ही। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इस पदों पर को भरने की प्रक्रिया चालू होने वाली है।
7 लाख से अधिक लोगो को मिली नौकरी
अभी तक करीब 7 लाख 17 लोगो को सरकार द्वारा नौकरी दी जा चुकी है। समय रहते अगर इन रिक्तियों को भर दिया जाए तो इस वित्तीय वर्ष में तो 10 लाख के बदले 12 लाख लोगो को नौकरी मिल जायेगी और सरकार का लक्ष्य पर हो जाएगा। इसमें से अधिकतर नौकरियां गृह, राजस्व एवम भूमि सुधार, शिक्षा, जल संसाधन, खेल सही दूसरे विभागों में उपलब्ध है।
24 लाख लोगो को रोजगार
सात निश्चय के अनुसार अभी तक 24 लाख लोगो को रोजगार के साधन सहज ही उपलब्ध करा दिए गए है और करीब 10 लाख लोगो को रोजगार देने का जोर सरकार के ऊपर है अगर सरकार इसको पूरा कर देती है तो 10 लाख के बजाय 34 लाख लोग स्वरोजगार प्राप्त कर लेंगे।
नियुक्ति पत्र सारे रिकॉर्ड तोड़ एक दिन में
नीरज कुमार जो बिहार विधान परिषद एवम जदयू के मुख्य पर्वकता है और नीरज कुमार ने दावा किया है की एक विज्ञापन से एक ही दिन में 1 लाख 20 हजार शिक्षको को नियुक्ति पत्र देकर बिहार की सरकार ने रिकॉर्ड बनाया है जो काफी काबिलिये तारीफ है।
12 फीसदी लोग दूसरे राज्य के होंगे
सूत्रों के हिसाब से 14 हजार लोग अन्य राज्य के है। हाल ही जिन शिक्षको की नियुक्ति हुई है उनमें से करीब 12 फीसदी अलग अलग राज्य के है। अपने परोशी राज्य उत्तर प्रदेश, झारखंड और दिल्ली, हरियाणा के युवा – युवती यहां अपनी सेवाए दे रहे है।
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