कभी कभी ऐसा होता है की कुछ शेयर के भाव तेजी से नीचे गिरने लगता है जिसको रिकवरी में काफी समय लग जाता है ऐसे ही एक शेयर है जो 31% से टूटकर निचले पायदान पर पहुंच गया था और अब इन्होंने जो गति पकड़ी है इसके निवेशकों जो काफी घाटे का सामना कर रहे थे उनका 84 फीसदी घाटा रिकवर हो गया। क्या आपके पास भी है ये शेयर तो आपके लिए खुश खबरी की बात है।
ITI शेयर ने मारी बाजी
ITI शेयर जिसके प्राइस अक्टूबर 2024 में 210.20 रुपए था जो यह साल का सबसे निचला स्तर को छू बैठा था और इस शेयर ने लगभग डेढ महीने में ही यानी 10 दिसंबर को 92 फीसदी उछाल के साथ 403.75 के हाई पर जा पहुंचा है।
कई निवेशकों ने टेलीकॉम प्रोडक्ट्स के स्टॉक शेयर में अपने पैसे लगाए और उन्हे निराशा ही हाथ लगी पछताने के शिवा और कोई कार्य बाकी न रहा। साल का जनवरी से अक्टूबर तक का महीना में 31 फीसदी से टूटकर साल का निचले स्तर पर आ गया था। जैसा की सभी ज्ञानी लोग मानते है की सब्र ही पैसे की खजाना है जिन्होंने अपने विश्वास खोए उन्होंने अपने पैसे खोए।
शेयर मार्केट में सब्र से काम लिया जाता है बिलकुल एक मगरमच्छ की तरह और जिन्होंने सबरता बनाए रखा उनके शेयर ने उनके घाटे को आज रिकवर कर दिया। करीब डेढ़ महीने में 92 फीसदी की उछाल मारकर कर इसने इंट्रा डे पर हाई पर पहुंचा दिया। 10 दिसंबर को आज BSE पर 5.50 फीसदी की और बढ़त हासिल करते हुए यह 389.25 रुपए के मूल्य पर बंद हुआ और वही इंट्रा डे पर यह 9 फीसदी की उछाल को पर करते हुए 403.75 रूपए के हाई को छू लिया।
ITI इतनी तेजी से क्यों बढ़ रही है?
अक्टूबर के महीने में इस कंपनी को उत्तराखंड ट्रांसफॉर्मेशन एंड सर्विलांस सिस्टम की तरफ से 95 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला था। इस बात को लेकर निवेशक की विचार धाराएं बदली शेयर के प्रति उनका सकारात्मक नजरिया उजागर हुआ और निवेशक लौट आए। बात इतना ही नहीं है सितंबर महीने की बात है शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार अगर देखा जाए तो सरकार की हिस्सेदारी इसमें 90 फीसदी के आसपास है।
इसके बहुत कम शेयर ही आम शेयर ही निवेशकों के लिए उपलब्ध है और 7.9 फीसदी शेयर नेशनल इन्वेस्टमेंट फंड की है तो निश्चित ही है की इसके बहुत कम शेयर ही आमरूप से निवेशकों के लिए उपलब्ध होंगे। कंपनी के हेल्थ कंडीशन की अगर बात की जाय तो सितंबर के महीने में इसका राजस्व साल की आधार पर 312.3 फीसदी की उछाल के साथ 1,060.20 करोड़ रूपये पर पहुंच गया। इन सब में इसका शुद्ध घाटा की देखे तो 125.08 करोड़ रुपए से घटकर 70.10 करोड़ रुपए पर आ पहुंचा है।